अवनि लेखरा (Avni Lekhara) ने रचा इतिहास, एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने वाली देश की पहली खिलाड़ी बनी
टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) में देश के लिए पहला गोल्ड मेडल जीतने वाली अवनि लेखरा ने 50 मीटर एयर राइफल महिला प्रतिस्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल (bronze medal) जीत इतिहास रच दिया है। अवनि लेखरा (Avni Lekhara) एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने वाली देश की पहली खिलाड़ी बन गई है।
वहीं अवनि लेखरा (Avni Lekhara) की जीत के बाद उनके परिवार और जयपुर में खुशी का माहौल है। अवनि के दादा जी आर लेखरा ने बताया कि उनकी पोती ने इतिहास रच दिया है। जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता।
यह भी देखे :- पढ़ी-लिखी युवतियों को घर-घर ढूंढ़ रहा है तालिबान (Taliban), रेप और मार देने की दे रहे है धमकियां
सूत्रों के मुताबिक इससे पहले जयपुर की रहने वाली अवनि लेखरा (Avni Lekhara) ने टोक्यो पैरालिंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में भारत को पहला गोल्ड दिलाया है। फाइनल में 249.6 पॉइंट हासिल कर उन्होंने यूक्रेन की इरिना शेटनिक (Irina Shetnik) के रिकॉर्ड की बराबरी की।
यह भी देखे :- सुशील कुमार शिंदे के नाती वीर पहरिया को डेट कर चुकीं एक्ट्रेस सारा अली खान (Sara Ali Khan)
आपको बता दें की शूटिंग में गोल्ड जीतने के साथ ही अवनि लेखरा (Avni Lekhara) देश की पहली महिला खिलाड़ी बन गईं, जिसने ओलिंपिक या पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल (gold medal) जीता हो। हालांकि इसके बाद 1 सितंबर को अवनि 10 मीटर मिश्रित एयर राइफल प्रतिस्पर्धा में क्वॉलिफाई राउंड में ही बाहर हो गई थी।
यह भी देखे :- आयुष्मान खुराना (Ayushman Khurana) ने बढ़ाया 10 किलो वजन, ‘चंडीगढ़ करे आशिकी’ में नए अवतार में आएंगे नजर
आपको बता दे की अवनि के परिवार ने बताया कि वो खेल के साथ पढ़ाई में भी अव्वल है। अवनि के दादा जीआर लेखरा (GR Lekhara) ने बताया कि अवनि लेखरा (Avni Lekhara) का जयपुर से टोक्यो तक का सफर काफी संघर्ष भरा है। अवनि लेखरा (Avni Lekhara) ने हिम्मत और लगातार मेहनत करके सभी बाधाओं को हराकर कामयाबी हासिल की है।
यह भी देखे :- एक बार फिर सड़को पर गाना गाने को मजबूर हुई रानू मंडल (Ranu Mandal), जानें आखिर क्या है वजह
जानकारी अनुसार 2012 में महाशिवरात्रि के दिन अवनि लेखरा (Avni Lekhara) का एक्सीडेंट हो गया था, जिससे उसे पैरालिसिस हो गया। तब वह पूरी तरह हिम्मत हार चुकी थी। अपने कमरे से भी बाहर नहीं निकलती थी, लेकिन अवनि के परिवार ने उसे हिम्मत दी। माता-पिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही। अवनि लेखरा (Avni Lekhara) की मेहनत का ही नतीजा है कि वह दुनियाभर में भारत नाम रोशन कर रही है।
यह भी देखे :- पैसे (Money) बचाने के चक्कर में महिला ने तीन साल से नहीं धोए कपड़े, जाने क्या हैं राज
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए –
न्यूज़ नशा के समाचार ग्रुप Whatsapp से जुड़े
न्यूज़ नशा के समाचार ग्रुप Telegram से जुड़े
न्यूज़ नशा के समाचार ग्रुप Instagram से जुड़े
न्यूज़ नशा के समाचार ग्रुप Youtube से जुड़े
न्यूज़ नशा के समाचार ग्रुप को Twitter पर फॉलो करें
न्यूज़ नशा के समाचार ग्रुप Facebook से जुड़े