रूस और यूक्रेन की जंग के बीच बेहद भावुक करने वाली घटनाएं भी सामने आ रही हैं. ऐसा ही किस्सा यूक्रेन के Snake Island से सामने आया है. सरेंडर से इनकार करने पर यूक्रेन के 13 जवानों (Hero of Ukraine) की जान लेकर रूस ने इस द्वीप पर कब्जा कर लिया है. जब रूसी युद्धपोत पर मौजूद जवानों ने 13 बॉर्डर गार्ड्स से सरेंडर करने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया, जिसके बाद उनको रूसी जवानों ने मार दिया. जवानों की बहादुरी के लिए उनको यूक्रेन ने Hero of Ukraine सम्मान से नवाजा है. विकिपीडिया ने भी गूगल पर इस घटना को Battle Of Snake Island नाम से दर्ज कर लिया है.
एक कथित ऑडियो एक्सचेंज के अनुसार, जब रूसियों ने स्नेक आईलैंड से संपर्क किया, जिसे ज़मीनी द्वीप भी कहा जाता है, रूसी अधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि: “यह एक सैन्य युद्धपोत है. यह एक रूसी सैन्य युद्धपोत है. मेरा सुझाव है कि आप अपने हथियार डाल दें और रक्तपात और अनावश्यक हानि से बचने के लिए आत्मसमर्पण करें. अन्यथा, आप पर बमबारी की जाएगी।”
तब यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी युद्धपोत को वापस जाने के लिए ललकारा. वे अंतिम ज्ञात शब्द थे जिन्हें द्वीप से सुना गया था.
They held their ground. All 13 were killed.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि गुरुवार को रूसी बमबारी में सभी 13 यूक्रेनी रक्षक मारे गए. ज़ेलेंस्की ने कहा, “सभी सीमा रक्षक वीरतापूर्वक मारे गए लेकिन हार नहीं मानी. उन्हें मरणोपरांत यूक्रेन के हीरो के खिताब से नवाजा जाएगा.”
बता दें कि Snake Island जिसे Zmiinyi Island भी कहते हैं वह ओडेसा के दक्षिण में काला सागर में मौजूद है. रूसी युद्धपोत ने वहां पहुंचकर हमले की धमकी दी और सरेंडर करने को कहा. इसपर वहां मौजूद बॉर्डर गार्ड्स ने बहादुरी का परिचय देते हुए चुनौती दी. फिर युद्धपोत में मौजूद रूसी जवानों को गाली देते हुए ललकारा और सरेंडर से इनकार कर दिया. इसके बाद रूस ने उनको मार दिया.