सोशल मीडिया (Social Media) पर दोस्ती कर मध्यप्रदेश के युवा कारोबारियों को फंसा रहीं विदेशी लड़कियां, करोड़ो रूपए ठगे
विदेशी लड़कियां सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफार्म का उपयोग कर नए-नए तरीके से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रही है। इस तरह के कई अपराध लगातार सामने आ रहे है। नए तरीके में युवा कारोबारियों से सोशल मीडिया (Social Media) के विभिन्न प्लेटफार्म और ऐप से लड़कियां संपर्क करती हैं। फिर उनको अधिक फायदा देने का लालच दिखाकर निवेश कराया जाता है। जब कारोबारी अपने पैसे निकालने का प्रयास करता है तो उसको ठगी का पता चलता है। प्रदेश में ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे है। पुलिस ने लोगों को शातिर ठगों से बचने के लिए सोशल मीडिया (Social Media) और इंटरनेट का इस्तेमाल में सावधानी और सतर्कता बरतने जागरूक रहने की सलाह दी है। ताजा गैंग का खुलासा हुआ है कि इसमें लिंक पाकिस्तान तक है और इनमें कई चीनी लोग भी शामिल है।
यह भी देखे :– कीर्ति कुल्हारी (Kirti Kulhari) नहीं सोचती कि वह दोबारा शादी करेंगी, कहा – मैं ऐसी इंसान नहीं हूं
शातिर ठग पहले युवा कोराबारियों और उद्यमियों की सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफार्म से जानकारी जुटाते है। फिर उनको अपने रैकेट की सदस्य लड़कियों से फ्रेंड रिक्वेंसट भिजवाते है। सोशल मीडिया (Social Media) पर परिचय होने के बाद लड़कियांं युवा कारोबारियों को पैसा निवेश करने के लिए फर्जी कंपनियों के अलग-अलग उत्पादों में ट्रेडिंग करने की जानकारी देती है। फिर उनको ज्यादा पैसा कमाने का लालच देकर निवेश करने उकसाती है।
इसके बाद युवा कारोबारी उन पर विश्वास कर लेते है और पैसा लगाने के लिए तैयार हो जाते है। खास बात तो यह है कि इस रैकेट में शामिल शातिर ठग फर्जी कंपनियों के वेब पेज के डेसबोर्ड पर निवेश राशि से फायदा भी दिखाते है। लेकिन जब निवेश राशि को निकालने का प्रयास किया जाता है तो पैसा नहीं निकलता ही नहीं है। शातिर ठग उनको कोई न कोई बहाना कर टालते रहते है। इसके बाद लंबे समय तक पैसा नहीं मिलने पर उन्हें ठगी होने का अहसास हो जाता है। ऐसे ही एक रैकेट को मध्य प्रदेश राज्य सायबर सेल ने पकड़ा है।
यह भी देखे :- 500 करोड़ की लागत से बन रही ‘ब्रह्मास्त्र’ (Brahmastra) धर्मा प्रोडक्शन की सबसे बड़ी फिल्म, जाने क्या है खास
जानकारी अनुसार प्रदेश के तीन युवा कारोबारियों को फंसाया और उनसे 1 करोड़ 70 लाख रुपए का निवेश करा लिया। इस पैसों को आरोपियों ने भारतीय की मदद से वर्चुअल या डिजिटल पैसा के रूप में पाकिस्तान भेज दिया जाता है। इसमें चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
भोपाल सायबर थाना टीआई अभिषेक सोनेकर ने बताया कि यदि आप सोशल मीडिया (Social Media) पर किसी अंजान व्यक्ति से मिल रहे है तो वह फिजिकली उपलब्ध है या नहीं यह पता कर लें। ऐसा लगता है कि कोई रिमोट एरिया से आपसे संपर्क स्थापित कर रहा है तो आपको उससे दोस्ती करने का कोई लालच नहीं होना चाहिए। यदि आप कोई निवेश करना चाह रहे है तो उस संस्था का पहले होम वर्क कर लें। इसमें पता कर लीजिए कि निवेश करने वाली संस्था संबंधित भारतीय एजेंसी से रजिस्ट्रर्ड है या नहीं। उसके बारे में पूरी पड़ताल कर लें। यदि आपकाे संस्था के फर्जी होने की आशंका लगती है तो बिलकुल निवेश न करें।
यह भी देखे :- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने 115 दिन बाद ही इस्तीफा दिया
मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोशल मीडिया (Social Media) या इंटरनेट (Internet) पर जब भी किसी से मिलते है तो उनसे सतर्कता रखे। उनसे उतनी ही बात करें, जितनी जरूरत हो। या अंजान व्यक्ति या किसी से व्यक्ति से जुड़ते है तो उनसे उतनी ही बात करें जितनी आवश्यकता है। या कोशिश करें कि अनजान व्यक्ति से दोस्ती न करें। इंटरनेट पर कोई सर्विस ले रहे है, जहां पर आपको फाइनेंसिशली ट्रांजेक्शन करने की आवश्यकता है तो सबसे पहले देखे कि वह सर्विस वास्तव में है या नहीं। इंटरनेट पर उस सर्विस के बारे में रिव्यू चेक कर सुनिश्चित करें कि यह सर्विस लेने लायक है या नहीं। या फिर आप उससे कोई पेमेंट करने जा रहे है तो उससे आपको कोई नुकसान होने की संभावना तो नहीं हैं।