वर्चुअल दुनिया में गेम्स के पीछे भागना यूथ को बेहद भारी पड़ रहा है। कुछ साल पहले ब्लू व्हेल नाम के गेम ने दुनियाभर के सैंकड़ों बच्चों की ज़िंदगी खत्म कर दी थी। अब इसी तरह पबजी (Pubg Game)गेम की लत के भी कई किस्से सामने आते हैं जिसमें हारने या पेरेंट्स द्वारा गेम नहीं खेलने से नाराज़ बच्चे किसी की हत्या और आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लेते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार 18 साल का आदित्य सीताराम कॉलोनी का रहने वाला था। आदित्य कुमार का 13 फरवरी को बर्थडे मनाया गया था। उसने अपने पिता से गिफ्ट में मोबाइल मांगा था। पैरेंट्स ने मोबाइल नहीं दिलाया तो वह गुमसुम रहने लगा और बुधवार रात मां की साड़ी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। हालांकि अभी पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उसके पिता विजय सिंह ने बताया कि बुधवार रात करीब साढ़े 12 बजे उठे तो आदित्य के कमरे की लाइट जली देखी। झांक कर देखा तो आदित्य फंदे पर झूलता दिखाई दिया। उसके बाद परिजनों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर आदित्य को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने आदित्य को मृत घोषित कर दिया।
अस्पताल की सूचना पर सोडाला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। शव परिजनों को सौंपने के बाद लड़के का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी राजकुमार सिंह ने बताया कि आदित्य को पबजी खेलने का शौक था। पिता ने मोबाइल दिलाने का वादा किया था। बर्थडे पर मोबाइल नहीं मिलने के बाद से ही आदित्य गुमसुम रहने लगा था। इसी बात से नाराज होकर आदित्य ने सुसाइड कर लिया।