अब देशभर के श्रद्धालुओं को न केवल बाबा विश्वनाथ (kashi-vishwanath-dham) के दर्शन की सुविधा मिलेगी, बल्कि पूरे दिव्य धाम और भवनों का भी श्रद्धालु दीदार कर सकेंगे. बाबा विश्वनाथ धाम ( kashi-vishwanath-dham) को गंगा से जोड़ने वाले ‘गेटवे ऑफ कॉरिडोर’ को 16 फरवरी से आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. जिसके बाद श्रद्धालु सीधे गंगा से गेटवे ऑफ कॉरिडोर के जरिए बाबा विश्वनाथ धाम में एंट्री कर सकेंगे.
अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पीएम मोदी ने 13 दिसंबर को देश और दुनिया के शिव भक्तों को द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रमुख श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को विश्वनाथ धाम के रूप में तब्दील करके सौगात दी थी और बाबा विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण किया था. पीएम मोदी ने खुद जिस तरह से गंगा स्नान करने के बाद गंगाजल लेकर बाबा काशी विश्वनाथ को अर्पित किया था. ठीक उसी तरह अब भक्त भी ऐसा अनुभव कर सकेंगे.
अब माघ पूर्णिमा यानी 16 फरवरी से आम भक्तों के लिए विश्वनाथ धाम से गंगाधार का मार्ग गेटवे ऑफ कॉरिडोर खोल दिया जाएगा. श्रद्धालु जलासेन घाट पर बनी सीढ़ियों से होते हुए धाम में प्रवेश करेंगे. भक्त सीधे गंगा स्नान करके कॉरिडोर से होते हुए मंदिर के चौक और फिर मंदिर परिसर के गर्भगृह में जल अर्पित कर सकेंगे. मंदिर चौक से होते हुए सुरक्षा जांच के बाद श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश मिल सकेगा. सारी व्यवस्था को महाशिवरात्रि तक पूरा कर लिया जाए.
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