प्रदेश में राजस्व मंत्री रामलाल जाट को हनीट्रैप में फंसाने का मामला गर्माया हुआ है। हनीट्रैप करने की साजिश में शामिल दीपाली स्वामी झुंझुनूं की रहने वाली है। झुंझुनूं शहर में दीपाली का मकान है। इस मामले में फंसने के बाद उसके घर में टेंशन का माहौल है। परिजन ज्यादा कुछ नहीं बोल रहे हैं। दीपाली की मां को यकीन नहीं है कि उसकी बेटी ऐसा काम कर सकती है। वह रोते रोते हलकान हो चुकी है। वह कहती है कि दीपाली हर रोज फोन पर बात करती थी, लगा नहीं था कि अचानक ऐसा हो सकता है।
झुंझुनूं के रेपोटेटेड परिवार से तालुक रखने वाली दीपाली की मां ने कहा कि उनके परिवार में किसी तरह की कमी नहीं है। अच्छा बिजनेस है। झुंझुनूं में परिवार की इज्जत है। किताबों का बड़ा बिजनेस है। इसके अलावा भी कई काम हैं। वह दीपली के बारे में बताती हैं कि दीपाली कमजोर दिल की लड़की है। छोटी छोटी बात पर रोने लगती है।
दीपाली का ननिहाल दिल्ली में है। वहीं से उसने मेकअप का कोर्स किया था। दीपाली ने 6-7 महीने पहले ही उसका कोर्स पूरा हुआ था। कोर्स करने के दौरान वह अपनी नानी के पास रहती थी। यह मामला सामने आने के बाद परिवार डिस्टर्ब है। दीपाली के पिता तुरन्त उदयपुर के लिए रवाना हो गए थे।
दिल्ली से कोर्स करने के बाद दीपाली ने अहमदाबाद में काम शुरू किया। घर से दूरी के कारण उसने अहमदाबाद से जॉब छोड़ दी। इसके बाद उसे उदयपुर की कम्पनी में जॉब मिल गई थी। हनीट्रैप मामले के मुख्य आरोपी अक्षत शर्मा की कम्पनी में ही उसे जॉब मिला। इन छह माह में भी दीपाली ज्यादातर वक्त तो झुंझुनूं में ही रही थी।
राजस्व मंत्री रामलाल जाट को हनीट्रैप में फंसाने की साजिश को लेकर नीतू कहती हैं कि उनकी बेटी बेकसूर है। जो मॉडल होटल से कूदी है वह भी दीपाली के साथ रहती थी। दोनों के बीच वीडियो कॉलिंग होती थी और मेकअप के बारे में बात होती थी। नीतू ने कहा कि दीपाली ऐसा काम नहीं कर सकती।