आत्मरक्षा की विधा कही जाने वाली मार्शल आर्ट(Traditional Martial Art), इसे सीखने वालों में अनुशासन, एकाग्रता के साथ सांस पर नियंत्रण के तरीके भी सिखाती है। स्टूडेंट्स को दांव-पेंच के स्टाइल और बचाव के लिए शत्रु पर आघात पहुंचाने की कला मार्शल आर्ट में सिखाई जाती है। लेकिन अब मार्शल आर्ट सिर्फ आत्मरक्षा का ही नहीं बल्कि करियर का भी एक बेहद ही शानदार विकल्प बन गया है। इसका प्रशिक्षण सेना, अर्धसैनिक बलों, पुलिस बल और सुरक्षा एजेंसियों में रोजगार पाने का माध्यम बन सकता है। क्योंकि अपराधियों से दो-दो हाथ करने के लिए इन दिनों मार्शल आर्ट (Traditional Martial Art) का प्रशिक्षण खूब डिमांड में है। इसको सीखने वालों की संख्या भी लगातार तेज़ी से बढ़ रही है।
केरल: एक सेवानिवृत्त पुलिस उप निरीक्षक बच्चों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दे रहे हैं।
न्यूज़ एजेंसी एनएनआई ने हाल ही इस विधा से जुड़ा केरल का एक वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। जिसमें एक सेवा निवृत्त पुलिस अधिकारी मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण देते हुए नज़र आ रहे हैं। प्रशिक्षण देने वाले शख्स का नाम मोहम्मद गुरुक्कल बताया जा रहा है। मोहम्मद केरल के कोझिकोड में पुलिस सेवा में पुलिस उप निरीक्षक के पद पर काम कर चुके हैं, लेकिन फिलहाल वह सेवानिवृत्त होने के बाद भी अन्य लोगों को इस कला में महारत दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। वीडियो में वह बच्चों को पारंपरिक मार्शल आर्ट कलरीपायट्टु की ट्रेनिंग दे रहे हैं।
वह बच्चों को वर्जिश कराने के बाद, मार्शल आर्ट के डिफ्रेंट स्टाइल्स समझाते हैं। फिर उन्हें आत्म रक्षा करना भी सिखाते हैं। इसके आत्मरक्षा में काम आने वाले हथियारों से वह बच्चों को प्रशिक्षित करते हैं। सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के इस वीडियो को लाखों की तादाद में यूजर्स ने देखा और पसंद किया है। वीडियो तेज़ी से सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है।